CTET में बड़ा बदलाव ! अब होगी 4 Level पर परीक्षा ? बीएड प्राथमिक में होगा शामिल, NCTE Act 2025 क्या है?

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CTET Exam Rules Change : देशभर में शिक्षक बनने की तैयारी कर रहे लाखों अभ्यर्थियों के लिए केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) एक महत्वपूर्ण पड़ाव होता है। अब तक यह परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाती थी – एक बार जुलाई में और दूसरी बार दिसंबर में। लेकिन नई शिक्षा नीति 2020 और राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (NCTE) की नई रूपरेखा के तहत CTET में ऐतिहासिक बदलाव होने जा रहे हैं। अब यह परीक्षा केवल दो बार नहीं, बल्कि चार बार साल में कराई जाएगी। इस लेख में जानते हैं कि CTET 2025 से जुड़ा नया बदलाव क्या है, परीक्षा का नया पैटर्न कैसा होगा, कितने स्तरों पर परीक्षा ली जाएगी और बीएड धारकों के लिए इसका क्या मतलब है।

क्या है CTET में बदलाव जानकारी?

अगर आप यह जानना चाह रहे हैं कि आखिर क्या CTET में बदलाव किया जा सकता है तो आप इस लेख के नीचे दिए गए जानकारी के अनुसार जानकारी प्राप्त करें।

अब तक CTET परीक्षा दो लेवल पर होती थी:

पेपर I: कक्षा 1 से 5 के शिक्षक बनने के लिए

पेपर II: कक्षा 6 से 8 के शिक्षक बनने के लिए

लेकिन अब यह चार स्तरों पर आयोजित की जाएगी, जिससे पूरे स्कूली शिक्षा ढांचे को कवर किया जा सके। नया ढांचा निम्न प्रकार होगा:

1. प्री-प्राइमरी (बालवाटिका)

2. प्राइमरी (कक्षा 1–5)

3. अपर प्राइमरी (कक्षा 6–8)

4. सेकेंडरी/सीनियर सेकेंडरी (कक्षा 9–12)

इसका उद्देश्य शिक्षक बनने की प्रक्रिया को ज्यादा व्यापक और स्तर आधारित बनाना है। जो अभ्यर्थी बालवाटिका या माध्यमिक स्कूलों में पढ़ाना चाहते हैं, उनके पास अब अलग-अलग पेपर देने का मौका होगा।

B.Ed धारकों के लिए सुनहरा अवसर

इस नए बदलाव से बीएड डिग्री धारकों के लिए बड़ी राहत आई है।
अब B.Ed कोर्स करने वाले छात्र भी प्राइमरी स्तर की भर्तियों में पात्र माने जाएंगे, जो पहले सिर्फ D.El.Ed (डिप्लोमा इन एलीमेंटरी एजुकेशन) धारकों के लिए ही मान्य था।

B.Ed (1 वर्ष/2 वर्ष) के अभ्यर्थी अब CTET के चारों स्तरों की परीक्षा दे सकेंगे।

इससे शिक्षण क्षेत्र में उनकी रोज़गार की संभावनाएं कई गुना बढ़ जाएंगी।

यह बदलाव NCTE अधिनियम 2025 के तहत प्रस्तावित किया गया है, और इसके लागू होने के बाद शिक्षक भर्ती की योग्यता में बड़ा विस्तार होगा।

नई मूल्यांकन प्रणाली और पाठ्यक्रम बदलाव

CBSE और NCTE मिलकर एक नई मूल्यांकन प्रणाली और पाठ्यक्रम तैयार कर रहे हैं जो सिर्फ ज्ञान आधारित न होकर प्रशिक्षण, मूल्य, नैतिकता और व्यवहारिक शिक्षा पर केंद्रित होगा।

प्रशिक्षण कार्यक्रमों में अब ये शामिल हो सकते हैं:

डिजिटल शिक्षण तकनीक

व्यवहारिक कक्षा प्रबंधन

NEP 2020 आधारित शिक्षक दृष्टिकोण

शिक्षण में AI और टेक्नोलॉजी का समावेश

CTET का सिलेबस और परीक्षा पैटर्न भी इसी अनुरूप बदला जाएगा।

CTET 2025 का फॉर्म क्यों नहीं आया अभी तक?

CTET जुलाई 2025 की अधिसूचना अब तक जारी नहीं की गई है।
इसकी वजह है – नई प्रणाली के तहत परीक्षा को अपडेट करना।
CBSE परीक्षा को अब चार स्तरों पर और नए सिलेबस के साथ आयोजित करेगा, जिसके चलते तैयारी और संशोधन का समय लिया जा रहा है।

संभावना है कि अब CTET का नया शेड्यूल और फॉर्म अगस्त या सितंबर 2025 तक जारी कर दिया जाए।

सीटीईटी में ये और बदलाव हो सकते हैं:

ऑनलाइन परीक्षा प्रणाली और AI प्रॉक्टर्ड एग्ज़ाम की शुरुआत

डिजिटल प्रमाणपत्र को ब्लॉकचेन से लिंक करना

उत्तर पुस्तिका का AI आधारित मूल्यांकन

मोबाइल ऐप पर परिणाम और ई-सर्टिफिकेट की उपलब्धता

निष्कर्ष

CTET परीक्षा में यह परिवर्तन भारत की शिक्षा प्रणाली के इतिहास में एक बड़ा और सकारात्मक कदम है। इससे शिक्षक बनने की प्रक्रिया अधिक समावेशी, लचीली और आधुनिक हो जाएगी। हर स्तर के लिए अलग परीक्षा, पाठ्यक्रम और योग्यता तय होने से भविष्य के शिक्षकों की गुणवत्ता और प्रशिक्षण में सुधार होगा। B.Ed धारकों के लिए यह एक सुनहरा मौका है, वहीं जो अभ्यर्थी आने वाले वर्षों में शिक्षक बनने की योजना बना रहे हैं, उन्हें इस बदलाव को समझकर नई दिशा में तैयारी शुरू करनी चाहिए।

डिस्क्लेमर

यह लेख विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स, विशेषज्ञों की राय और उपलब्ध लीक जानकारियों पर आधारित है। CTET परीक्षा से संबंधित अंतिम निर्णय और अधिसूचना केवल CBSE व NCTE द्वारा ही जारी किए जाएंगे। कृपया किसी भी निर्णय से पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर पुष्टि अवश्य करें।

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